वर्तमान परिदृश्य में सेवा-सत्याग्रह के मायने
आज बदलते दौर में राजनीति में विचारधारा के साथ साथ सेवाभाव का पूर्णतया पतन हो गया है और राजनीति केवल सत्ता पक्ष का सुख प्राप्त करने का माध्यम होती जा रही है। इन्ही बदलते राजनीतिक मूल्यों से आम जनमानस काफी छला जा रहा है। उत्तर प्रदेश में तीन दशक से ज्यादा समय तक सत्ता से बाहर रही कांग्रेस पार्टी आज नये स्वरुप और लक्ष्य के साथ कार्य कर रही है जिसका प्रथम उद्देश्य आम जनमानस की आवाज बनाना हो गया है। उत्तर प्रदेश की राजनैतिक जमीन पर सपा और बसपा जैसी क्षेत्रीय पार्टियों का पूर्णतया दखल था और इन दोनों राजनैतिक पार्टियों द्वारा लगभग तीन दसक तक सत्ता में बने रहने का प्रमुख कारण यह था कि इनके द्वारा आम जनमानस की आवाज को उठाया जाता था लेकिन आज बदलते दौर में सपा और बसपा द्वारा आम जनमानस की लड़ाई में जमीनी हकीकत का सर्वथा आभाव है। कांग्रेस पार्टी द्वारा जुलाई 2019 में श्रीमती प्रियंका गाँधी को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का दायित्व मिला, इसके पहले जनवरी 2019 में प्रियंका गाँधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था उसके बाद से हरकत में आयी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य चुनाव में जीत हार नही  रह गया वरन कांग्रेस का लक्ष्य हर गरीब मजलूम की आवाज बनना हो गया। कांग्रेस पार्टी का हर कार्यकर्ता इसी राजनैतिक उद्देश्य के साथ सेवाभाव से अपना कार्य कर रहा है जिसके उपरांत आज कांग्रेस पार्टी का प्रमुख लक्ष्य गरीब, मजदूर, शोषित, उपेक्षित, बेसहारा, सर्वहारा, कमजोर के साथ-साथ महिलाओं और छात्रों की आवाज बनना हो गया है।

उत्तर प्रदेश की महासचिव श्रीमती प्रियंका गाँधी के उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय योगदान से जुड़े तथ्यों का अवलोकन करें तो कांग्रेस पार्टी का मूल लक्ष्य स्पष्ट हो जाता है जिसके अंतर्गत वर्तमान में कांग्रेस पार्टी में मानवीय मूल्यों को अधिक महत्व दिया जा रहा है। 28 दिसंबर, 2019 को कांग्रेस पार्टी के लखनऊ कार्यालय में कांग्रेस जनों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अंतिम छोर पर खड़े हर इंसान की आवाज है। कांग्रेस प्रेम, भाईचारा, शांति और सत्य के अंदाज का नाम है। कांग्रेस किसान, नौजवान, मजदूर, महिलाएं और हर मजलूम की आवाज है। इन्ही विचारों का प्रत्यक्ष दर्शन प्रियंका गाँधी के पूर्व से अब तक के कार्यों में भी देखा जा सकता है। इस कड़ी में सर्वप्रथम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी द्वारा उम्भा में पीड़ित परिवार से मिलने की कोशिश करना था जिसके लिए उन्हें चौबीस घंटे से अधिक समय के लिए चुनार के किले में नजरबंद कर लिया गया था, इसके बाद स्थिति शांत होने के उपरांत उन्होंने उस गांव का दौरा किया एवं पीड़ित समाज को कांग्रेस पार्टी के फंड से एक करोड़ रूपये की आर्थिक मदत की और यह अश्वाशन दिया कि कांग्रेस का हर सिपाही आप लोगों के साथ है। यह पहली घटना थी जिसने कांग्रेस की राजनैतिक लड़ाई की दिशा ही बदल दी और तब से उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी में मानवीय मूल्यों को सब नियम कानून से उपर उठकर वरीयता दी जाने लगी। इसके बाद प्रियंका गाँधी ने उन्नाव पीड़ित महिला की आवाज को बुलंद किया और स्वयं पीड़िता के घर जाकर दुःख की घड़ी में परिवार को सांत्वना दी। अब कांग्रेस पार्टी का एक ही लक्ष्य कमजोर एवं सर्वहारा वर्ग की आवाज बनना हो गया है फिर चाहे नागरिकता संसोधन का विरोध कर रहे पूर्व आई पी एस अधिकारी आर एस दारापुरी की आवाज हो या शाहजहांपुर की शोषित महिला के हितों की लड़ाई हो या आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसानों का मुद्दा हो, इन सब स्थानों पर प्रियंका गाँधी ने डटकर सरकार का सामना किया और अपने विचारों से यह स्पस्ट कर दिया कि कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य बदला लेना नही बल्कि अहिंसा के साथ खड़े रहना है।

इसी प्रकार प्रियंका जी के आवाहन पर आम जनमानस की लड़ाई को मुखरता से लड़ते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी नेतृत्व में कोरोना की इस संकट घड़ी में सेवा के लक्ष्य से हर जिले में कार्य करने को कटिबद्ध हुए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी जी द्वारा हर जिले में हेल्प लाइन नम्बर की शुरुआत की गयी जिसके माध्यम से आने वाले हर प्रवासी की हर सम्भव मदत का प्रयास किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोजमर्रा की जरूरतों से संबंधित सामग्री एवं मास्क, हैंड सैनिटाइजर के साथ-साथ सांझी-रसोईं के माध्यम से नब्बे लाख लोगों तक भोजन के पैकेट उपलब्ध कराये। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसके साथ ही प्रदेश के चिकित्सालयों में स्थित ब्लड के सुरक्षित कोष में कमी की जानकारी मिलने पर प्रदेश के लगभग हर जिलों में रक्त दान किया जो कि इस कोरोना संकट की घड़ी में एक सराहनीय भूमिका का एहसास कराने वाला था। कोरोना की लड़ाई में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जी का सराहनीय नेतृत्व इन सब कार्यों में उत्तरदायी रहा है। प्रदेश अध्यक्ष रहने से पहले भी अजय कुमार लल्लू जी द्वारा समाज के लिए ऐसे अनेक कार्य छात्र जीवन में किए गए हैं। अजय कुमार लल्लू जी के नेतृत्व में इस प्रकार की सेवा की लड़ाई कोई आश्चर्य की बात नही थी, प्रवासियों को पैदल चलते देखकर एवं उनके साथ हो रही दुर्घटनाओं से आहत कांग्रेसियों द्वारा उनको घर तक अपने निजी साधनों से पहुंचाने का निर्णय लिया गया जिसके चलते प्रियंका गाँधी ने मुख्यमंत्री जी से अनुरोध करके एक हजार बसों के संचालन की अनुमति माँगी थी जिसकी स्वीकृती मिलने पर एक हजार बसों में से राज्य प्रशासन द्वारा कुछ बसों की स्थिति खराब होने एवं नम्बर गलत होने की बात कही गयी और जिसके उपरांत स्वीकृती को रद्द कर दिया गया। राज्य सरकार के निर्णय के विरुद्ध मानवीय मूल्यों से प्रेरित सेवा कार्य में तत्पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू द्वारा सत्याग्रह किया गया जिस पर उनको गिरफ्तार किया गया उसके बाद से कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सेवा के लिए सत्याग्रह चलाया जा रहा है जिसके मूल में निहित तथ्य यह है कि प्रदेश अध्यक्ष के मानवीय मूल्य प्रेरक कार्यों में कोई कमी न रह जाय जिसके लिए हर कार्यकर्ता दृढ़संकल्प है और इसी सेवा सत्याग्रह के माध्यम से सरकार से अपील की जा रही है कि अजय कुमार लल्लू जी को अविलम्ब मुक्त किया जाय।

आज संकट के इस घड़ी में कांग्रेस पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश में सेवा सत्याग्रह के माध्यम से अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये गए जिसमे प्रवासियों के लिए हेल्प लाइन नम्बर, सांझी-रसोईं, राशन किट, मास्क एवं सैनिटाइजर के वितरण के साथ ही साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भारी संख्या में रक्त दान किया गया जो निश्चय ही सार्थक मानवीय मूल्यों को दर्शाते हैं। सरकार द्वारा यदि प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सामंजस्य स्थापित किया गया होता तो आज उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट का सामना करने में काफी सहजता होती इसके इतर सामंजस्य के आभाव में जो भी मुद्दा बना वह न होता जो कि प्रवासियों को राहत पहुँचाने में एक सार्थक पहल होती।


डॉ रामेश्वर मिश्र