अग्नि साक्षी उज्जैन । गणेशपुरा में अस्पताल संचालित करने वाले झोलाछाप डॉक्टर डॉ सुशील खंडेलवाल के खिलाफ कोरोना पॉजिटिव रामी नगर निवासी महिला का इलाज करने और शासन को सूचना न देने की लापरवाही को लेकर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
बताया जाता है कि डॉ सुशील खंडेलवाल ने इस महिला को संक्रमण के स्पष्ट लक्षण दिखने के बाद भी इसका इलाज किया और जांच में यह महिला कोरोनावायरस पाई गई।
रामी नगर, लक्ष्मी नगर, गणेशपुरा कोरोनावायरस पॉजिटिव इसी डॉक्टर के यहां इलाज हेतु गए थे
श्रमिक वर्ग से भरा सघन आबादी वाला वार्ड क्रमांक 39 और 43 की बस्ती के लोग डॉक्टर सुशील खंडेलवाल के यही इलाज कराने आते थे अभी हाल ही में इन क्षेत्रों में अचानक कोरोनावायरस इन लोगों की संख्या बढ़ी देसाई नगर, लक्ष्मी नगर के 3 सदस्य इसके यहां इलाज कराने जाते थे जो बाद में कोरोना वायरस हुआ है।ं लक्ष्मी नगर के पित-पुत्र को तो इसने पॉजिटिव आने के 2 दिन पूर्व तक बोतल चढ़ा कर इलाज किया था और देसाई नगर निवासी 61 वर्षीय पुरुष और उसके परिवार के लोगों को भी इसने चिकित्सा प्रदान की थी। प्रशासन इसको जांच में ले अन्यथा कहीं संक्रमण की अवस्था इन क्षेत्रों में कोरोना वायरस को अंजाम न दे दे। क्षेत्र के संक्रमित इन लोगों को इस डॉक्टर ने प्रशासन को नहीं बताने की शर्त पर ही इलाज किया था और किस लिए जानकारी को छुपाई गई है जबकि मोहल्ले वाले प्रत्यक्ष रूप से इसको इन लोगों का इलाज करते हुए देख चुके हैं। प्रशासन यदि क्षेत्रीय लोगों के बयान ले तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी नहीं तो सांप निकलने के बाद लाठी पीटने से कुछ फायदा नहीं डॉक्टर के कार्यालय में कार्यरत नर्स से भी पूछताछ में बता सकती हैं कि सत्यता क्या है?