अग्नि साक्षी उज्जैन। देवताओं की नगरी माने जाने वाले उज्जैन शहर में जहां स्वयं राजा बाबा महाकाल है और उनके सेनापति बाबा काल भैरव है उसी शहर में बाबा काल भैरव के वाहन माने जाने वाले श्वान (कुत्ते) पर पिछले दिनों कुछ ज्यादा ही कु्ररता देखने को मिल रही है।
3-4 दिन पूर्व ही एक एनजीओ की मदद से ब्रिडिंग का धंधा कर बेजूबान डॉग्स के साथ क्रुरता कर उन्हे भूखा मरने के लिए छोड देने वाले लोगो से बचाकर नया जीवन दिया गया था, उसी समय एक और अमानवीयता का चेहरा दिखाने वाला विडियो सोशल वेब साईट पर देखा जा रहा था, जिसमें दो बच्चे एक स्ट्रीट डॉग को हाथ-पैर और मुंह पर रस्सी बांधकर उसे मरने के लिए तालाब में फेंक रहे है।
जब यह विडियो उज्जैन में स्ट्रीट डॉग्स पर काम कर उन्हे नया घर और अच्छी सेहत देने वाली एक लडकी तक पहुॅंचा तो उन्होंने इस अमानवीय हरकत करने वाले लोगो को सबक सिखाने का ठाना और इस विडियों को अग्नि साक्षी एवं अन्य सोशय साईट पर अपलोड कर इन लोगो को तलाशने की मुहिम शुरू कर दी।
अग्नि साक्षी द्वारा इस विडियो को ट्विीटर पर अपलोड कर देश की सबसे बडी डॉग्स एनजीओ को टेग किया गया जिसका असर यह रहा कि देश की जानी-मानी संस्था DOGITIZATION के मीत असर व उनकी टीम भी इन लोगो को तलाशने की मुहिम में जुट गई और तकनीकि की सहायता से उन्होंन इस विडियो की लोकेशन के आधार पर पता किया यह विडियों उज्जैन का है, उन्होंने औरंगाबाद पुसिल व सायबर सेल की टीम के साथ मिलकर इन्हें ढूॅंढ लिया और उज्जैन पुलिस को इसकी सुचना दी जिसके आधार पर थाना माधव नगर ने आगामी कार्यवाही करते हुए 2 घंटे की मशक्कत के बाद साइबर सेल प्रभारी राजाराम वास्कले, नानाखेड़ा एसआई विकास देवड़ा, आरक्षक राहुल यादव समेत माधव नगर पुलिस ने पंचमपुरा निवासी सन्नी बोरासी, उसके चचेरे भाई समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। एसआई तरुण कुरील ने बताया आरोपियों में दो नाबालिग है। सन्नी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि सूअर पकडऩे के दौरान स्ट्रीट डॉग काफी परेशान करता था। इसीलिए उसे पकडऩे के बाद पैर बांधे और कोठी रोड स्थित यूनिवर्सिटी के तालाब में जिंदा फेंक दिया था। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा-429 व पशु कु्ररता अधिनियम की धारा 11 के तहत केस दर्ज किया है।