नागरिक आपूर्ति निगम के समस्त कर्मचारी कोरोना योद्धा बनकर, खतरे के बीच निभा रहे अपना कर्तव्य

उज्जैन। जहॉं एक तरफ पूरे विश्व में कोरोना का कहर हावी हो चुका है और लोागो को अपने घर में रहने को मजबूर कर दिया है वहीं कुछ कोरोना योद्धा ऐसे भी है जो इस विषम परिस्थिती में भी अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हट रहें है।

ऐसे ही शासन की महत्वपूर्ण योजना पीडीएस कार्य को निरंतर करते हुए इस संकंट की घड़ी में लोगो को खाद्यान्न की आपूर्ति करवाने के लिए अपने कर्तव्य पर अडे हुए है, लेकिन कहीं न कहीं इन लोगो के लिए भी सुरक्षा का सवाल है, क्योंकि पीडीएस के कार्य में कई लोग एक साथ कार्य में लगे है और इन सब लोगो मेें भी कोरोना से खतरे का भय हमेंशा बना हुआ है। 

इस कार्य में नान के कर्मचारियों के अतिरिक्त हम्माल, वाहन चालक, गोदाम संचालक, गोदाम में कार्य करने वाले भी शामिल रहते है जो अलग-अलग क्षेत्रों से कार्य करने के लिए आते है।  मध्यप्रदेश में भी कोरोना का खतरा बढता जा रहा है इन्दौर, भोपाल, खरगौन के साथ उज्जैन मेें भी निरंतर कोरोना मरीजों की संख्या में बढोतरी होती जा रही है। 

मध्यप्रदेश में इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, मुरैना, बड़वानी, होशंगाबाद, खंडवा, धार, देवास, विदिशा और रायसेन रेड जोन में हैं। 

उज्जैन में पिछले 48 घंटो में कोरोना मरीजो की बाढ आ गई है ऐसे में उज्जैन के पीडीएस में जुटे कर्मचारियों के सामने कई समस्याएं आ रहीं है, आउटसोर्स कर्मचारी भी आने कर्तव्य से बढ़कर कार्य मे जुटे है जबकि उनकी सुरक्षा और बीमे के लिए निगम द्वारा भी अभी तक कोई कदम नही उठाये गए है। 

- पीडीएस कार्य में वाहनों में लोडिंग का कार्य करने वाले अधिकतर हम्माल कोरोना संक्रमित इलाके से है इससे उनमें भी संक्रमण का भय है वह भी अपनी सुरक्षा के लिए सवाल उठा रहे है कि यदि हमे कुछ होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।

- प्रधाममंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से गरीब वर्ग के लोगो को चावल की पूर्ति भी की जाना है ईसी के चलते विक्रम नगर रेलवे स्टेशन पर चावल की दूसरी रेक लगी है जिसे निगम के जिला प्रबंधक, वरिष्ठ सहायक और केन्द्र प्रभारी उज्जैन द्वारा पुरी तन्मयता के साथ संकट की इस घड़ी में पूरा किया जा रहा है।


- पीडीएस में खाद्यान्न की आपूर्ति के लिए उचित मूल्य दुकानों पर खाद्यान्न ले जाने वाल वाहनों को भी संक्रमित क्षेत्र तक जाना होता है ऐसे में अनजानें मे उनके साथ भी कोरोना का संकंट आने का डर है।

- उचित मूल्य दुकानों पर राशन लेने आने वाले लोग बिना किसी सुरक्षा (मास्क, हेड ग्लब्स, सोश्यल डिस्टेंसिंग) के राशन लेने आते है ऐसे में उचित मूल्य दुकानों के संचालको को भी संक्रमित होने का डर है।

- हाल ही में महिदपुर में पहला कोरोना पॉजीटिव केस सामने आया है जो कि एक गोदाम संचालक के पिता है, इस गोदाम में निरंतर पीडीएस कार्य किया जा रहा था और गोदाम संचालक का अपने घर से गोदाम आना-जाना निरंतर जारी था जिससे वहां के कर्मचारियों में भय है कि वह भी इस गंभीर बिमारी से कहीं पीडित न हो जाए।

- नागदा खाचरौद में भी कोरोना के केस बढ़ने से सम्पूर्ण नागदा- खाचरौद को सील कर दिया गया है। इन सेंटर पर नागरिक आपूर्ति निगम की और से सम्पूर्ण कमान आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों द्वारा सम्भाली गई है और संपूर्ण शहर में खाद्यान्न प्रदाय की जिम्मेदारी इनके कंधो पर ही है।

- गोदाम पर भी हम्माल, वाहन चालक और अन्य कर्मचारियों के लिए सुरक्षा का पर्याप्त साधम नही है, कई गोदामो पर सेनेटाइज़िंग की व्यवस्था भी नही है।

निरंतर इन विषम परिस्थिती होने के बाद भी नागरिक आपूर्ति निगम के कोरोना योद्धा अपने कर्तव्य पर जमें हुए है और लोगो को खाद्यान्न की पूति करने में लगे हुए है।