छलका आउटसोर्स कर्मियों का दर्द, कहा इस गंभीर समस्या मेें भी हमार ध्यान क्यों नहीं..... ?
उज्जैन। मध्सप्रदेश में आउटसोर्स कर्मचारी अब हर विभाग का अभिन्न हिस्सा बन चुके है, भृत्य से लेकर बडे-बडे पदों पर भी आउटसोर्स के माध्यम से नियुक्ति कि जा रही है, उन कर्मचारियों से काम भी नियमित कर्मचारियों जैसे ही लिया जाता है फिर भी उनके साथ न्यायपूर्ण व्यवहार नहीं किया जाता ऐसा कई आउटसोर्स कर्मचारी संगठनों ं का कहना रहा है। 

ऐसा ही एक गंभीर मामला है कोरोना में लगे आउटसोर्स कर्मीयों के बीमे को लेकर एक तरफ जहॉं मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना से लड रहे कोरोना योद्धाओं के लिए 5 लाख के बीमे की घोषणा की है वहीं इसमें से आउटसोर्स कर्मीयों को कहीं न कहीं वंछित रखा गया है। 

इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा भी वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज से अपील की गई है कि ‘‘शासन के विभिन्न विभागों के अनेक आउटसोर्स कर्मचारी अत्यन्त ही अल्प वेतन पर कार्य करते हैं और जो वर्तमान में कोरो6ना से लडऩे के लिए अपनी और अपने परिजनों के प्राणों को संकट में डालते हुए अपने कर्तव्यों का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन कर रहे हैं। मेरा मत है कि शासन के ऐसे समस्त कर्मचारियों, चाहे वे आउट सोर्स अथवा अन्य किसी प्रकार से नियुक्त हो, को भी लाभान्वित किया जाना चाहिए।

अत: आपसे आग्रह है कि इस प्रकार के समस्त कर्मचारियों को सुरक्षा और प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए निम्नानुसार निर्णय लेने का कष्ट करेंगे: 1. ऐसे समस्त कर्मचारियों को रुपये 10000 प्रतिमाह की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाये 2. ऐसे समस्त कर्मचारियों का 50 लाख रूपये का बीमा किया जाए।’’