भोपाल के अधिकारियों को सताने लगी चिंता, उज्जैन आकर अधिकारियों से कहा - जल्द ठीक किया जाये आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज का मैनेजमेंट

उज्जैन।  मध्य प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव नीतेश व्यास ने सोमवार को प्रात: सिंहस्थ मेला कार्यालय में अधिकारियों तथा आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों के साथ बैठक लेकर कोरोना संक्रमण की महामारी की रोकथाम के सम्बन्ध में बैठक लेकर सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों एवं प्रबंधन के अधिकारियों को निर्देश दिये कि कॉलेज का माइक्रो मैनेजमेंट ठीक किया जाये और इस आपदा की घड़ी में सब मिल-जुलकर महामारी से निपटें। प्रमुख सचिव व्यास ने कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे उज्जैन जिले में अन्य प्रान्तों से आने वाले मजदूरों आदि की स्क्रीनिंग करें और उसकी मॉनीटरिंग हेतु अधिकारियों को तैनात करें। बैठक में सर्वप्रथम संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा एवं कलेक्टर शशांक मिश्र ने पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम की व्यवस्थाओं तथा उज्जैन में कंटेनमेंट एरिया एवं नॉन-कंटेनमेंट एरिया की जानकारी दी। इसी प्रकार कमांड एवं कंट्रोल सेन्टर/टेलीमेडिसीन, उज्जैन नगर निगम द्वारा दी जा रही आवश्यक सेवाएं तथा सफाई व्यवस्था आदि की जानकारी से प्रमुख सचिव को अवगत कराया गया। कलेक्टर मिश्र ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के बारे में किये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में प्रमुख सचिव नीतेश व्यास ने निर्देश दिये हैं कि महामारी की रोकथाम हेतु आने वाली चुनौतियों एवं संसाधनों की आवश्यकता के सम्बन्ध में प्रस्ताव शीघ्र शासन को भेजे जायें, ताकि आवश्यक स्वीकृति दी जा सके। प्रमुख सचिव व्यास ने वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा उपरान्त आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन एवं चिकित्सकों तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जानकारी प्राप्त की। प्रमुख सचिव ने लैब के बारे में भी जानकारी प्राप्त की और सम्बन्धितों को निर्देश दिये कि आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज का आन्तरिक प्रबंधन ठीक-ठाक हो ताकि मरीजों का उपचार व्यवस्थित हो सके। कॉलेज के अन्दर कार्यों का बंटवारा ठीक हो, ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से पीडि़त व्यक्तियों का उपचार समय पर ठीक ढंग से किया जा सके। संकट की घड़ी में समन्वय से काम कर दु:खद घड़ी में पीडि़तों की मदद की जा सके। प्रमुख सचिव ने कॉलेज के प्रबंधन से कहा कि वे अपनी संस्था का नाम खराब न होने दें और भर्ती मरीजों के उपचार में किसी प्रकार की कोई कमी न आने दी जाये। समय पर चिकित्सक पीडि़तों का उपचार करें। शासन उन्हें पूरा सपोर्ट करेगा। कोरोना से पीडि़त व्यक्तियों के उपचार में होने वाले व्यय का भुगतान समय पर हो, इस आशय के निर्देश प्रमुख सचिव ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अनुसुईया गवली को दिये। बैठक के बाद प्रमुख सचिव ने मेला कार्यालय में बनाये गये कमांड एण्ड कंट्रोल सेन्टर का निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त की। बैठक के अन्त में प्रमुख सचिव नीतेश व्यास ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बेगमबाग, जान्सापुरा एवं पीटीएस का निरीक्षण कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बैठक में संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, कलेक्टर शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर, नगर निगम आयुक्त ऋषि गर्ग, अपर कलेक्टर क्षितिज सिंघल, श्रीमती बिदिशा मुखर्जी, जीएस डाबर, एडीएम डॉ.आरपी तिवारी, एसएस रावत, आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के डॉ.गवारीकर तथा अन्य चिकित्सकगण, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष कात्यायन मिश्र आदि उपस्थित थे।

आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था की जिम्मेदारी अपर कलेक्टर रावत को सौंपी

आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस के संक्रमण के भर्ती मरीजों और उनके परिजनों द्वारा कॉलेज के ड्यूटी चिकित्सकों की शिकायतों के निराकरण आदि के लिये आवश्यक कार्यवाही हेतु कलेक्टर शशांक मिश्र ने उज्जैन ग्रामीण के अनुविभागीय दण्डाधिकारी जगदीश मेहरा को आदेशित किया था। विगत दिनों मेडिकल कॉलेज की अव्यवस्थाओं से सम्बन्धित शिकायतों पर विधायक उज्जैन उत्तर पारस जैन आदि जनप्रतिनिधियों से चर्चा उपरान्त कलेक्टर शशांक मिश्र ने कॉलेज प्रबंधन की सम्पूर्ण व्यवस्था के लिये पूर्व आदेश को संशोधित कर उज्जैन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुजानसिंह रावत को नियुक्त किया है। कलेक्टर ने रावत को निर्देश दिये हैं कि वे आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में समय-समय पर ड्यूटी रोस्टर अनुसार उपस्थिति का परीक्षण करें और अनुपस्थिति की स्थिति में आपदा प्रबंधन अधिनियम आदि की धाराओं के अन्तर्गत दण्डात्मक कार्यवाही करें। अपर कलेक्टर रावत के सहायक अधिकारी के रूप में प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के प्रबंधक एमएस खान को नियुक्त किया है। कलेक्टर ने पूर्व में ई-पास का उत्तरदायित्व एसएस रावत को सौंपा था, अब इस जिम्मेदारी से उन्हें मुक्त कर इनके स्थान पर अपर कलेक्टर जीएस डाबर को इस कार्य के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।