उज्जैन। माधवनगर अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड से परसों रात करीब 3 बजे कोरोना का संदिग्ध मरीज भाग निकला। कल इसकी जानकारी लगने पर अस्पताल में हड़कम्प मच गया। पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। मगर भागे व्यक्ति का पता नहीं चला। परसों उसका सेंपल जांच के लिए भेजा गया था। अधिकारियों का कहना है कि उसे सर्दी, खांसी थी। हालांकि बुखार नहीं था। बताया गया कि दो दिन पूर्व माधवनगर अस्पताल में उन्हेल थाना क्षेत्र के ग्राम झिरनिया का 20 वर्षीय युवक कोरोना की शंका में भर्ती किया गया था। युवक को सर्दी, खांसी थी। इस पर उसका परसों सेंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था।
हमें भी क्वारेंटाइन किया जाए - माधवनगर अस्पताल में कोरोना का उपचार करने वाली नर्सों पर अस्पताल प्रशासन का ध्यान नहीं है। अस्पताल में भर्ती कोरोना केमरीजों का उपचार करते हुए नर्सों को 15 दिन हो चुके हैं। ऐसे में अब नर्सों को भी 15 दिन का अवकाश देकर होम क्वारेंटाइन किया जाना चाहिए। मगर अस्पताल प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। अब नर्सों ने ही इसकी मांग की है। सिविल सर्जन को पत्र लिखकर सभी नर्सों ने कहा कि वह बगैर अवकाश लिए काम कर रही हैं। हमें अवकाश देकर 14 दिन होम क्वारेंटाइन किया जाए। माधवनगर अस्पताल में बने आइसोलेशन के लिए नर्सों की ड्यूटी शिफ्ट के अनुसार लगाई गई है। सुबह 8 से लेकर रात 8 बजे तक एवं रात 8 बजे से अगले दिन तक सुबह 8 बजे तक नाइट ड्यूटी लगाई जा रही है। इन नर्सों को एक भी दिन अवकाश नहीं दिया गया है। जबकि अब तक अस्पताल में 14 कोरोना पॉजीटिव मरीजों का उपचार किया गया है। वहीं पॉजीटिव मरीजों के परिजन भी अस्पताल में भर्ती है। ऐसे में ड्यूटी करने वाली नर्सों को भी 14 दिन का अवकाश दिया जाना जरूरी है।
बढ़ते खतरे की बीच माधवनगर अस्पताल की बड़ी चूक, कोरोना संदिग्ध अस्पताल से गायब