रवि योग में मनेगी चैत्र कृष्ण शीतला सप्तमी : आचार्य पं अंकित मार्कण्डेय 

 

होली से सात दिन बाद पडने वाली तिथी चैत्र कृष्ण शीतला सप्तमी (बासोड़ा) कहलाती है जो इस बार  सोमवार को रवि योग में मनाई जाएगी , शहर के प्राचीन  शीतला माता मंदिर में  रविवार रात्रि 12 से पूजन प्रारंभ होगा,

 जिसमे माँ शीतला संस्कृत पाठशाला के आचार्य पं अंकित मार्कण्डेय के सानिध्य में विद्वत ब्राह्मणों के द्वारा  महाआरती महाअभिषेक किया जाएगा,  साथ ही देवी की आराधना की जाएगी उसके पश्चात माता रानी का पूजन प्रारंभ हो जाएगा जो अगले दिन सोमवार को दोपहर 12 बजे तक चलेगा। जिसके चलते रविवार रात से मन्दिर खुला रहेगा सोमवार दोपहर 12 बजे तक भक्तगण पूजन कर सकते, उसके पश्चात सेवा प्रारम्भ हो जाएगी । माता रानी का दिव्य श्रृंगार किया जाएगा, जिनके दर्शन भक्तगण कर सकते है, चल चढ़ाना बन्द ,दर्शन बहार से ही होंगे।

 आपको बतादे की यह शहर में एक मात्र प्राचीन शीतला माता मंदिर है जो 200 वर्ष  पुराना है, हालांकि अब शहर में अलग अलग स्थानों में माता के मंदिर बन चुके है।

 

क्यो करते है व्रत...

आचार्य पं अंकित मार्कण्डेय जी ने बताया कि शीतला सप्तमी चैत्र माह के कृष्णपक्ष की सप्तमी तिथि के दिन आती है। इस दिन शीतला माता की पूजा की जाती है।जिसमे एक दिन पूर्व भोजन बनाया जाता है,और दूसरे दिन माता शीतला को भोग अर्पण कर परिवार के सभी सदस्य बासी भोजन करते है, गर्म भोजन उस दिन घर मे नही बनता ,सभी को यही प्रसाद रूप में ग्रहण करना होता है,

 

 पूजा व्रत का उद्देश्य...

 परिवार के सदस्यों  को छोटी माता और चेचक, फोड़े फुंसियों से बचाव करना है। गम्भीर बीमारियों ना हो , परिवार के सारे सदस्यों की माता रक्षा करे  बच्चो एवं परिवार की मंगलकामना, स्वास्थ्य ठीक रहे इसलिये इस व्रत को माताएं करती है।