कोरोना के कोहराम के बीच उज्जैन में बिगड़ा मौसम, हो सकता है ये बड़ा नुकसान, ऐसे रहे सावधान

उज्जैन।तापमान घटने-बढ़ने से कोरोना वायरस पर क्या असर पड़ेगा, इस बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है लेकिन कहा जा रहा है कि बारिश से हवा में नमी बढ़ेगी जिससे वायरस का खतरा और ज्यादा बढ़ सकता है।


क्या बारिश से बढ़ेगी मुसीबत?- कोरोना वायरस का मौसम और तापमान से क्या संबंध है, इस पर अभी कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है. इसकी वजह है ये कि यह जानलेवा वायरस महज दो महीने पहले ही अस्तित्व में आया है. हालांकि फ्लू और कोल्ड वायरस का ट्रेंड देखें तो पता चलेगा कि यह ठंड में सक्रिय होता है, जबकि गर्मी में इसमें कमी देखी जाती है. बारिश की जहां तक बात है तो इसके चलते तापमान गिरता है और ठंड बढ़ती है. इसलिए कोरोना वायरस में तेजी आने की संभावना बढ़ जाती है. विशेषज्ञ भी ऐसा मान रहे हैं।


ठंड में ही कोरोना वायरस क्यों?- चीन से चला कोरोना वायरस आज दुनिया के लगभग 75 देशों को चपेट में ले चुका है. चीन में इस वायरस की शुरुआत तब हुई जब वहां अच्छी-खासी ठंड थी. इसके लक्षण भी सर्दी, खांसी और बुखार से मिलते जुलते हैं जो आम सर्दी के लक्षण की तरह दिखते हैं.अमूमन ऐसा देखा जाता है कि ठंड बढ़ने पर हमें सर्दी-जुकाम की शिकायत होती है. फिर इनफेक्शन बढ़ने से बुखार भी हो जाता है. ठंड में इस वायरस के बढ़ने की संभावना इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि लोग घरों में कैद होते हैं, बाहर निकलने से खुद को बचाते हैं. जब ज्यादा लोग एक-दूसरे के आसपास बने रहेंगे तो इंफेक्शन तेजी से बढ़ने की संभावना होती है. कोरोना के साथ भी ऐसा ही हुआ. चीन में हालांकि कोरोना वायरस जानवरों से इंसानों में आया है लेकिन इसे बढ़ाने में ज्यादा भूमिका ठंड ने निभाई है क्योंकि लोग घरों या किसी बंद स्थान पर ज्यादा देर रुके हैं।