होली का सबसे बड़ा हंगामा- मध्यप्रदेश के सभी मंत्रियों ने दिया इस्तीफा, नए सिरे से होगा मंत्रिमंडल का गठन


मध्यप्रदेश में सियासी संकट गहराता ही जा रहा है। सोमवार को कैबिनेट बैठक के बाद सीएम कमलनाथ ने सभी मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया। वह नई कैबिनेट का गठन करेंगे। उन्होंने रात 10.30 बजे बैठक बुलाई थी जिसके बाद ये बड़ा फैसला लिया। 


इस सियासी उठापठक के बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान जारी किया। उन्होंने कहा, प्रदेश की जनता का विश्वास और उनका प्रेम मेरे लिए सबसे बड़ी शक्ति है। मध्य प्रदेश की जनता के द्वारा बनाई गई सरकार को किसी भी कीमत पर अस्थिर करने वाले तत्वों को सफल नहीं होने दूंगा।

कमलनाथ ने कहा कि सौदेबाजी की राजनीति मध्यप्रदेश के हितों के साथ कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि 15 साल में भाजपा के राज में हर क्षेत्र में माफिया समानांतर सरकार बन गया था। प्रदेश की जनता त्रस्त थी और उसने माफिया रूप से छुटकारा पाने के लिए कांग्रेस को सत्ता सौंपी। मैंने जनता की अपेक्षा पर माफिया के खिलाफ अभियान चलाया। माफिया के सहयोग से भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है।

भोपाल से दिल्ली तक सियासी हलचल 

सियासी संकट को लेकर आज भोपाल से लेकर दिल्ली तक हलचल मची रही। दोनों दलों के तमाम बड़े नेता सक्रिय हुए और सियासी हलचल चरम पर पहुंच गया। भोपाल में दिग्विजय सिंह से मुलाकात के बाद सीएम कमलनाथ ने कैबिनेट बैठक बुलाई। 

उधर, दिल्ली में भी बैठकों का दौर तेज रहा। शिवराज सिंह चौहान, अमित शाह और नरेंद्र सिंह तोमर ने अहम बैठक की। वहीं, नाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंचे। सिंधिया मंगलवार सुबह ग्वालियर जाएंगे। मंगलवार को उनके पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की 75वीं जयंती है। ग्वालियर से वह भोपाल जा सकते हैं।  


कमलनाथ से मिलने पहुंचे दिग्विजय 




इससे पहले सीएम कमलनाथ से मिलने दिग्विजय सिंह उनके आवास पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिंधिया को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसके अलावा उन्हें राज्यसभा भी भेजा जा सकता है। कमलनाथ को विरोध को हाईकमान ने दरकिनार कर दिया है। पूरे मामले में दस जनपथ में अपना दखल बढ़ा दिया है।


भाजपा विधायक दल की बैठक मंगलवार को

सियासी हलचल के बीच मंगलवार को भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इसमें शिवराज सिंह चौहान को ही नेता चुने जाने की संभावना है। प्रदेश के प्रभारी महासचिव विनय सहस्त्रबुद्धे भी कल सुबह भोपाल जाएंगे। शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा एक साथ नरेन्द्र सिंह तोमर से मिलकर निकले। 
वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। मध्यप्रदेश में भावी मुख्यमंत्री के नाम पर कल शाम को मुहर लग सकती है। केंद्रीय चुनाव समिति और संसदीय बोर्ड की बैठक साथ साथ हो सकती हैं। 

दिल्ली में ज्योतिरादित्य सिंधिया 

सियासी हलचल के बीच सिंधिया अपने  दिल्ली स्थित आवास पहुंचे। बताया जा रहा है कि उन्हें मनाने की कवायद जोरों पर है। 


कांग्रेस विधायक पहुंचे बंगलूरू

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के कुछ और मंत्री व विधायक बंगलूरू पहुंच गए हैं। ये सभी सिंधिया समर्थक बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि यहां पहले से ही कई कांग्रेस विधायक मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि इन विधायकों के फोन भी स्विच ऑफ आ रहे हैं। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा भी तेज है कि भारतीय जनता पार्टी ने ज्योतिरादित्य को राज्यसभा के रास्ते संसद भेजने तथा केंद्रीय कैबिनेट में महत्वपूर्ण स्थान देने का प्रस्ताव रखा है।