उज्जैन। स्वामी विवेकानंद विष्वविद्यालय, सागर, सिद्ध आश्रम उज्जैन एवं विवेकानंद योगा एण्ड नेच्युरोपैथी वैलनेस सोसयटी के संयूक्त तत्वाधान में योग एवं अध्यात्म विषय पर तृतीय अंर्राष्ट्रीय योग कॉफ्रेंस का आयोजन सिद्ध आश्रम उज्जैन में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं योगासनों की रोचक प्रस्तुती के साथ हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि उज्जैन महाकाल की नगरी रही है। महाकाल का एक नाम अदियोगी भी है जो योग के आदि आचार्य है, उज्जैन में इस इंटरनेष्नल योग कॉफ्रेंस का आयोजन योग प्रेमियों के लिए बहुत ही अच्छा है। समय-समय पर महाकाल की नगरी में ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए। कार्यक्रम के विषिष्ट अतिथि महामण्डलेष्वर शक्तिपादाचार्य स्वामी नारदानंद जी ने कहा कि योग केवल आसनों की प्रस्तुती मात्र नहीं है। आज जरूरत है कि योग को साधना से जोड़ना चाहिए। तभी हम अपने िऋषियों की इस पवित्र संस्कृति को आगे बड़ा सकते हैं। विषिष्ट अतिथि मध्यप्रदेष के राजकीय अतिथी बालयोगी उमेष नाथ जी ने कहा कि समाज के हर एक व्यक्ति को योग अपने व्यक्तिगत जीवन में अपनाना चाहिए तभी हम एक स्वस्थ और शांतिप्रिय समाज की स्थापना कर सकते है। हमें अपने राष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए समाज के हरेक इकाई को सामाजिक स्तर पर, सरकारी स्तर पर, पारिवारिक स्तर पर, स्कूल, कॉलेज, विष्वविद्यालय सभी को अपना योगदान देना चाहिए। स्वामी विवेकानंद विष्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डॉ. अनिल तिवारी ने कहा कि योग भविष्य का धर्म है। योग का मतलब वैसे तो जुड़ना होता है। और यह जोड़ हमारे समाज को, देष को और संपूर्ण विष्व को जोड़ने का कार्य करता है। कुलपति डॉ. राजेष दुबे जी ने कहा कि छात्र जीवन से हमें योग को अपनाना चाहिए तभी हम अपने पूरे जीवन को सफल एवं सार्थक बना सकते हैं, प्रोफेसर भरत व्यास जी ने कहा कि योग आज संपूर्ण विष्व की मांग है, तनाव मुक्त और शांतिमय जीवन के लिए योग हमारे जीवन का अभिन्न अंग बनना चाहिए। इस कार्यक्रम के क्रियात्मक पक्ष में योगाचार्य एन.आर. भार्गव ने त्राटक और योग निद्रा का अभ्यास कराया, इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से विदेषी अतिथयों में डिड मासून यूएसए, सूफिया नॉरवे, ब्रेड हॉर्ड यूएसए, गेब्रियल इटली, वेलवी फ्रांस, मीराबाई फ्रांस, तपस्या मॉ आयरलैण्ड, राम चीज़ रिपबल्कि, कैरोलीन बैल्जियम, कैरी यूएसए, रोसा डोगल्स चीज़ रिपबल्कि और साथ ही डॉ. अषोक कडैल, डॉ. प्रतिभा तिवारी, डॉ. एस.एल. जैन, डॉ. अनिल वैष्नव शैलबाला बैरागी, डॉ. सारिका शुक्ला, डॉ. आषुतोष शर्मा, डॉ. राज शर्मा, अनिल सरकार, कुलदीप आर्य एस.डी. ओ., राहुल जेम्स एवं बड़ी संख्या में योग प्रेमी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। आभार कार्यक्रम के संयोजक योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष गगन सिंह ठाकुर ने माना।
आदियोगी बाबा महाकाल की नगरी में आयोजित हुई योग की इंटरनेशनल कॉफ्रेंस, 18 देशो के लोगों ने लिया हिस्सा