उमा सांझी महोत्सव के दूसरे दिन रंगोली की संझा में बनाया उमा महल

कोटितीर्थ कुंड में भगवान श्री महाकालेश्वर की नौका विहार की झॉकी सजायी

उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मंदिर के 25 सितम्बर से प्रारंभ हुए उमा सांझी महोत्सव के दूसरे दिन श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में दोपहर में पुजारी व पुरोहितों द्वारा प्राचीन पत्थर पर रंगोली द्वारा संझा बनायी गई। जिसमें रंगोली से उमा माता का उमा महल बनाया गया। रंगोली पं. अनन्त नारायण शर्मा, पं. भूषण व्यास, पं. संदीप शर्मा, पं. विजय शर्मा, श्री अभिषेक शर्मा, श्री सोमेन्द्र शर्मा आदि द्वारा बनाई गई। संझा की झांकी में हाथी पर श्री उमा माता विराजित हुई, साथ ही नंदी पर मनमहेश, चॉदी द्वार के पास श्री जटाशंकर, व श्री गरूड विराजमान थे। साथ ही कोटितीर्थ कुंड में भगवान श्री महाकालेश्वर की नौका विहार की झॉकी सजायी गयी। श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में श्री राम मंदिर के पास सायं 05 से 6.30 तक श्री बालकृष्णनाथ जी ढोलीबुआ महाराज का नारदीय कीर्तन हुआ। नारदीय कीर्तन से 28 सितम्बर तक होगा।

मंदिर परिसर में हुआ चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन - श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति द्वारा दोपहर 2 बजे मंदिर परिसर में नृसिंह मंदिर बरामदे में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता दो वर्गों में आयोजित हुई, जिसमें कनिष्ठ वर्ग कक्षा 01 से 07 तक एवं वरिष्ठ वर्ग कक्षा 08 से 12 तक के प्रतियोगियों ने भाग लिया। कनिष्ठ वर्ग में प्रथम पुरस्कार कु. मनस्वी शोभकार ने, द्वितीय पुरस्कार श्री भव्य शर्मा ने एवं तृतीय पुरस्कार श्री सानिध्य कुमरावत व सांत्वना पुरस्कार श्री दीक्षान्त परमार ने प्राप्त किया। वरिष्ठ वर्ग में प्रथम पुरस्कार कु.आध्या द्विवेदी, द्वितीय पुरस्कार कु. किरण महेरे, तृतीय पुरस्कार कु.सलोनी परमार एवं सांत्वना पुरस्कार कु.शाम्भवी खेर व कु.कल्पना बरसेना ने प्राप्त किया। चित्रकला प्रतियोगिता के निर्णायक पं. भारत शर्मा, पं. सुभाषचन्द्र शर्मा थे।

27 सितम्बर को होगी श्लोक पाठ प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम - दिनांक 27 सितम्बर को शिव स्तोत्र पर आधारित शिव स्तोत्र पर संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिता का आयेाजन दोपहर 01 बजे से श्री महाकालेश्वर प्रवचनहॉल में किया गया है। सभी प्रतियोगिताएं दो वर्गों में होंगी, जिसमें कनिष्ठ वर्ग कक्षा 01 से 07 तक एवं वरिष्ठ वर्ग कक्षा 08 से 12 तक रहेगा। दिनांक 27 सितम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रम में  डॉ. राजुल सिंघी एवं साथी कलाकार द्वारा लोकगीत, सुश्री आयुर्धा शर्मा व समूह के लोक नृत्य एवं रंग उत्सव संस्था द्वारा मालवी लोक शैली पर आधारित नाटक औडका का मंचन की प्रस्तुति होगी।